shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview
shiv chalisa lyrics in gujarati pdf - An Overview
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मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥
अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविनाशी भगवान भोलेनाथ, सब पर कृपा करने वाले, सबके घट में वास करने वाले शिव शंभू, आपकी जय हो। हे प्रभु काम, क्रोध, मोह, लोभ, अंहकार जैसे तमाम दुष्ट मुझे सताते रहते हैं। इन्होंनें मुझे भ्रम में डाल दिया है, जिससे मुझे शांति नहीं मिल पाती।
राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
भगवान शिव का प्रिय फूल कनेर का पुष्प माना जाता है, मान्यता है की भगवान शिव की पूजा में इस पुष्प के चढाने पर सभी मनोकामनये जल्दी पूर्ण होती है।
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
शङ्करस्य सम्मुखे पाठस्य पाठं कुर्वन्तु।
और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
भगवान शिव की महिमा का बखान करने के लिए अनेकों अष्टकों की रचना हुई है, जिनमें शिवाष्टक, लिंगाष्टक, रूद्राष्टक, बिल्वाष्टक website काफी प्रसिद्ध हैं, जिसमें शिवाष्टक का विशेष महत्व है।
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥